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जरहागांव एवं छतौना-बुचुआकापा में गौठान समिति गठित, केंद्रीय राज्य मंत्री ने किया शुभारंभ

आवारा मवेशियों को मिलेगा सुरक्षित आश्रय, सड़क दुर्घटनाओं में आएगी कमी

आनंद गुप्ता जिला संवाददाता

गौमाता की सेवा में अनुकरणीय पहल

मुंगेली, 30 जून / मुंगेली विकासखंड की नगर पंचायत जरहागांव एवं ग्राम पंचायत छतौना-बुचुआकापा में ग्रामीणों की सहभागिता से एक अनुकरणीय सामाजिक पहल की गई है। आवारा मवेशियों की देखभाल एवं गौसेवा को समर्पित इस अभियान के अंतर्गत गौठान समिति का गठन कर ग्राम बुचुआकापा में गौठान की स्थापना की गई। गौठान का विधिवत शुभारंभ आवास एवं शहरी कार्य मंत्रालय के केंद्रीय राज्यमंत्री तोखन साहू ने किया। उन्होंने भगवान श्रीकृष्ण एवं गौमाता के छायाचित्र की पूजा-अर्चना कर ग्रामवासियों को शुभकामनाएं दीं। कार्यक्रम के दौरान “एक पेड़ मां के नाम” संकल्प के तहत छायादार पौधों का वृक्षारोपण भी किया गया। इस अवसर पर विधायक पुन्नूलाल मोहले, कलेक्टर  कुन्दन कुमार, पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल, वनमंडलाधिकारी अभिनव कुमार, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीकांत पाण्डेय, जिला पंचायत सीईओ  प्रभाकर पाण्डेय सहित अनेक जनप्रतिनिधि, अधिकारी एवं ग्रामीणजन उपस्थित रहे।

गौसेवा से मिलता है पुण्य – केंद्रीय राज्य मंत्री साहू

केंद्रीय राज्यमंत्री साहू ने अपने उद्बोधन में कहा कि “गौमाता में 33 कोटि देवी-देवताओं का वास होता है। उनकी सेवा करना पुण्य का कार्य है, जो हमें आध्यात्मिक और सामाजिक लाभ देता है।” उन्होंने पहल की सराहना करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ की यह भावना संपूर्ण देश के लिए उदाहरण बन सकती है। यह प्रयास न केवल मवेशियों की सुरक्षा सुनिश्चित करेगा, बल्कि सामाजिक उत्तरदायित्व एवं आत्मीय सहयोग की भावना को भी सशक्त करेगा। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “एक पेड़ मां के नाम” अभियान का उल्लेख करते हुए कहा कि प्रत्येक नागरिक को अपनी माता के नाम एक पौधा लगाकर उसकी देखभाल का संकल्प लेना चाहिए।

विधायक मोहले ने की 02 लाख रुपए की सहायता की घोषणा

विधायक मोहले ने गौसेवा समिति को 02 लाख रुपए की सहयोग राशि देने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि “गौसेवा न केवल धार्मिक कर्तव्य है, बल्कि सामाजिक एवं जैविक आवश्यकताओं की पूर्ति का माध्यम भी है। इससे मिलने वाले उत्पाद कृषि एवं स्वास्थ्य दोनों के लिए उपयोगी हैं।” कलेक्टर ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि यह उदाहरण पूरे संभाग में प्रेरणा का स्रोत बनेगा। उन्होंने कहा कि सड़क पर घूमते मवेशी कई बार दुर्घटनाओं का कारण बनते हैं, जिनकी रोकथाम अब संभव होगी। उन्होंने ग्रामीणों से बच्चों की शिक्षा पर ध्यान केंद्रित करने की अपील करते हुए कहा कि “शिक्षा ही जीवन को नई दिशा और ऊंचाई प्रदान करती है।”
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि गौमाता में माता शब्द निहित है, जिसे यदि केवल जिव्हा से नहीं, बल्कि हृदय से स्वीकार किया जाए, तो यह अत्यंत पुनीत अनुभूति बन जाती है। उन्होंने कहा कि गौमाता के मुख से लेकर पूंछ तक असंख्य देवी-देवताओं का वास माना गया है। उनकी सेवा करना चारों धामों के दर्शन के समान पुण्यदायक है। प्रत्येक व्यक्ति को इस सेवा को अपने जीवन का हिस्सा बनाना चाहिए, क्योंकि यह हमारी संस्कृति और करुणा दोनों का प्रतीक है।
गौठान समिति के संचालन की विस्तृत रूपरेखा
जिला पंचायत अध्यक्ष ने बताया कि यह समिति गीधा से लेकर बरेला तक के क्षेत्र में घूमने वाले मवेशियों को एक सुरक्षित आश्रय प्रदान करेगी। संचालन पूरी तरह से स्थानीय सहभागिता पर आधारित होगा। उन्होंने बताया कि प्रत्येक राशन कार्डधारी परिवार से 200 रुपए वार्षिक सहयोग राशि ली जाएगी, जिससे चारा, पानी, भूसा एवं अन्य व्यवस्थाओं का सुनियोजित प्रबंधन किया जा सके। इस अवसर पर नगर पंचायत जरहागांव की अध्यक्ष, ग्राम पंचायतों के सरपंच, पंच, गणमान्य नागरिक दीनानाथ केशरवानी सहित सैकड़ों ग्रामीणजन उपस्थित रहे।

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