Republic Day 2025: देशभक्ति का प्रतीक हैं ये जगहें, 26 जनवरी को घूमने जा सकते हैं आप

Places to Visit on Republic Day 2025 : भारत के राष्ट्रीय पर्व, देश के गौरवशाली इतिहास के प्रतीक हैं जिसे कश्मीर से कन्याकुमारी तक उत्सव के रूप में मनाया जाता है। साल की शुरुआत यानी जनवरी माह में गणतंत्र दिवस का पर्व मनाया जाता है। इस दिन भारत ने लोकतंत्र को अपनाया और आधिकारिक तौर पर भारतीय संविधान अस्तित्व में आया। 26 जनवरी को भारत का गणतंत्र दिवस बड़े ही गर्व और उत्साह के साथ मनाया जाता है। इस खास मौके पर देशभक्ति का अनुभव करने और हमारे देश की महानता को नजदीक से समझने के लिए कुछ ऐतिहासिक और प्रतीकात्मक जगहों की यात्रा करना एक यादगार अनुभव हो सकता है। ये स्थान भारत के गौरवशाली इतिहास, स्वतंत्रता संग्राम और देशभक्ति की भावना का प्रतीक हैं।
इंडिया गेट, नई दिल्ली
राजधानी दिल्ली का इंडिया गेट देश विदेश के सैलानियों के लिए आकर्षण का केंद्र होता है। राष्ट्रीय पर्व के मौके पर यहां का नजारा देशभक्ति के जज्बे से भरपूर देखने को मिलता है। इंडिया गेट का इतिहास गुलाम भारत और आजाद भारत के बदलते दौर को खुद में समेटे हुए हैं। इंडिया गेट प्रथम विश्व युद्ध और अफगान युद्ध में शहीद हुए सैनिकों की याद में बनाया गया एक राष्ट्रीय स्मारक है। यहां अमर जवान ज्योति देश की रक्षा में शहीद हुए सैनिकों के प्रति सम्मान का प्रतीक है। गणतंत्र दिवस के मौके पर यहां से परेड गुजरती है, जिसे देखने के लिए आप 26 जनवरी को इंडिया गेट जा सकते हैं।
लाल किला
नई दिल्ली का लाल किला ऐतिहासिक इमारत है जहां से हर साल भारत के प्रधानमंत्री स्वतंत्रता दिवस के मौके पर तिरंगा फहराते हैं। यह भारतीय इतिहास और संस्कृति का प्रमुख केंद्र है। लाल किले के पास कई संग्रहालय हैं, जहां भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की झलक देखी जा सकती है।
जलियांवाला बाग
गणतंत्र दिवस पर देशभक्ति के प्रतीक के तौर पर आप जलियांवाला बाग को देखने जा सकते हैं। अमृतसर में स्थिति यह स्थान 1919 के जलियांवाला बाग हत्याकांड का गवाह है। यहां देशभक्ति और बलिदान की भावना महसूस की जा सकती है। जलियांवाला बाग अमृतसर के स्वर्ण मंदिर के पास में है, जो आध्यात्मिक शांति का अनुभव कराता है।
साबरमती आश्रम
गुजरात के अहमदाबाद में स्थित साबरमती आश्रम महात्मा गांधी का निवास स्थान था और स्वतंत्रता संग्राम का केंद्र भी है। यहां गांधी जी के जीवन और उनके संदेशों को नजदीक से समझा जा सकता है। दांडी मार्च की शुरुआत यहीं से हुई थी।
चंद्रशेखर आजाद पार्क
संगम नगरी प्रयागराज देशभक्त और स्वतंत्रता संग्राम सेनानी चंद्रशेखर आजाद से जुड़ा हुआ है। ये स्थान महान स्वतंत्रता सेनानी चंद्रशेखर आजाद की शहादत का साक्षी है। यहां कि हरियाली और शांत वातावरण आपको उनकी देशभक्ति की भावना से जोड़ता है।