अक्ती तिहार की धूम: गुड्डे गुड़ियों की शादी में झूमे बच्चे
अक्ती तिहार में बाल सृजन की झलक हर गली बना विवाह स्थल

आनंद गुप्ता जिला संवाददाता
अक्ती तिहार पर गुड्डे-गुड़िया की अनोखी शादी: बच्चों संग झूमे बड़े, मंडपों में गूंजे विवाह गीत
मुंगेली / जिले में बुधवार को अक्षय तृतीया (स्थानीय रूप में अक्तीतिहार) का पर्व पारंपरिक हर्षोल्लास और सांस्कृतिक रंग में सराबोर होकर मनाया गया। इस खास अवसर पर जिले के गांवों और मोहल्लों में बच्चों ने गुड्डे-गुड़ियों की प्रतीकात्मक शादी करवाई, जो स्थानीय लोक परंपरा का एक अनोखा और रंग-बिरंगा रूप है।
हर गली और चौराहे पर बच्चों ने सजाए छोटे-छोटे मंडप, जहां विधिवत विवाह की पूरी रस्में निभाई गईं। शादी की रस्मों के दौरान पारंपरिक विवाह गीत बजाए गए, जिनकी धुन पर न सिर्फ बच्चे बल्कि बड़े भी थिरकते नजर आए। विवाह के बाद गुड़िया की विदाई की रस्म ने इस आयोजन को और भी जीवंत बना दिया।
इस पारंपरिक आयोजन में जहां एक ओर बच्चों में उत्साह चरम पर रहा, वहीं ग्रामीणों और अभिभावकों ने भी इस सांस्कृतिक पहल को खुले मन से सराहा।
अक्ती तिहार के दिन कृषि कार्य की भी विशेष मान्यता है। किसानों ने इसे शुभ अवसर मानते हुए अपने खेतों में जाकर बीज बोने की शुरुआत की। यह दिन खेती-किसानी के नए चक्र का प्रारंभ भी माना जाता है।