अटल बिहारी वाजपेयी महाविद्यालय में शिक्षा व्यवस्था चरमराई, छात्रों ने सौंपा ज्ञापन
महाविद्यालयों में विश्वविद्यालय प्रशासन की नियंत्रण सही नहीं छात्रों में रोष व्याप्त

आनंद गुप्ता जिला संवाददाता
महाविद्यालय में दाखिले की प्रक्रिया और गाइडलाईन में पारदर्शिता की कमी जिससे छात्र भ्रमित
मुंगेली/ अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय, बिलासपुर के अंतर्गत आने वाले महाविद्यालयों की शिक्षा व्यवस्था को लेकर छात्र-छात्राओं में गहरी नाराजगी देखने को मिली। महाविद्यालय में लगातार शिक्षकों की कमी, अव्यवस्थित पढ़ाई और प्रशासनिक अनदेखी से परेशान छात्रों ने सोमवार को उच्च शिक्षा विभाग के नाम ज्ञापन सौंपा।
यह ज्ञापन जिला कलेक्टर मुंगेली के माध्यम से सचिव, उच्च शिक्षा विभाग, नया रायपुर को प्रेषित किया गया। छात्रों ने अपने पत्र में बताया कि विश्वविद्यालय तथा उसके अधीनस्थ महाविद्यालयों में लंबे समय से शिक्षकों की भारी कमी है, जिससे पढ़ाई की स्थिति अत्यंत दयनीय हो गई है। इससे विद्यार्थियों के भविष्य पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं।
छात्रों ने आरोप लगाया कि विश्वविद्यालय प्रशासन की कार्यशैली केवल औपचारिकताओं तक सीमित रह गई है। जब छात्र अपनी शिकायतें लेकर विश्वविद्यालय के अधिकारियों, जैसे कि कुलसचिव प्रो.एडी.एन.वाजपेयी और कुलपति डॉ. शैलेन्द्र दुबे के पास जाते हैं, तो उन्हें कोई संतोषजनक उत्तर नहीं दिया जाता। उल्टा उन्हें निराश और भ्रमित होकर लौटना पड़ता है।
इसके साथ ही, छात्रों ने प्रवेश प्रक्रिया में पारदर्शिता की कमी और विश्वविद्यालय की नीतियों को लेकर भी सवाल उठाए हैं। छात्रों के अनुसार अखबारों में प्रकाशित खबरों के अनुसार विश्वविद्यालय में कई निर्णय ऐसे लिए जा रहे हैं, जिनकी जानकारी छात्रों तक नहीं पहुंचती और इससे वे लगातार असमंजस में रहते हैं।
ज्ञापन के माध्यम से छात्रों ने मांग की है कि विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा की जा रही अनियमितताओं की उच्च स्तरीय जांच कराई जाए तथा शिक्षकों की नियुक्ति और प्रशासनिक नियंत्रण में जल्द सुधार लाया जाए। उन्होंने आग्रह किया है कि छात्रहित को ध्यान में रखते हुए जल्द से जल्द आवश्यक कदम उठाए जाएं।