जिले में अब तक 01 लाख 29 हजार क्विंटल से अधिक धान की हुई खरीदी
खरीफ विपणन वर्ष 2024-25
आनंद गुप्ता संवाददाता
खरीफ विपणन वर्ष 2024-25
जिले में अब तक 01 लाख 29 हजार क्विंटल से अधिक धान की हुई खरीदी
मुंगेली / शासन के निर्देशानुसार खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 में जिले में धान खरीदी कार्य सुचारू रूप से जारी है। कलेक्टर राहुल देव के मार्गदर्शन में जिले के 66 सहकारी समितियों के 105 उपार्जन केन्द्रों में धान बेचने आने वाले किसानों व महिला किसानों के लिए भी पेयजल, छाया सहित अन्य व्यवस्थाएं की गई है। नोडल अधिकारियों द्वारा उपार्जन केन्द्रों की लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है। जिले में अब तक कुल 01 लाख 29 हजार 891.20 क्विंटल धान खरीदी की जा चुकी है, जिसमें 01 लाख 03 हजार 83 क्विंटल मोटा, 579.20 क्विंटल पतला और 26 हजार 228.40 क्विंटल सरना धान शामिल है।
किसानों को 28 करोड़ 28 लाख रूपए से अधिक का हुआ भुगतान
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के मंशानुरूप और कलेक्टर राहुल देव के निर्देशानुसार जिले के सभी उपार्जन केन्द्रों में सुचारू रूप से धान खरीदी की जा रही है। वहीं किसानों को समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के एवज में सहकारी बैंकों के माध्यम से राशि का भुगतान भी किया जा रहा है। जिला सहकारी बैंक के नोडल अधिकारी संतोष कुमार ठाकुर ने बताया कि जिले के 02 हजार 493 किसानों से 01 लाख 22 हजार 972 क्विंटल धान की खरीदी के एवज में अब तक 28 करोड़ 28 लाख रूपए 47 हजार रूपए से अधिक की राशि का भुगतान किया जा चुका है।
किसानों ने उपार्जन केन्द्र के सुविधाओं की सराहना की
उपार्जन केन्द्र में धान बेचने आए ग्राम रोहराखुर्द के किसान ईश्वर सिंह राजपूत ने बताया कि यह उनका पहला टोकन था, जिसमें उन्होंने 125 क्विंटल धान बेचा है। आने वाले दिनों में बाकी बचे टोकन के माध्यम से शेष धान को बेचेंगे। वे 35 से 40 एकड़ खेत में खेती-किसानी करते हैं। उन्होंने उपार्जन केन्द्र में की गई मूलभूत सुविधाओं की सराहना की। इसी तरह उपार्जन केन्द्र दाउपारा में धान बेचने आए ग्राम पेंडाराकापा के किसान नरेन्द्र साहू ने बताया कि 5.2 एकड़ खेत में धान लगाए थे। आज पहले टोकन से 52 क्विंटल धान बेचा है। शेष धान को अगले टोकन के माध्यम से बेचेंगे। उन्होंने उपार्जन केन्द्रों में शासन द्वारा प्रदान की गई सुविधाओं के लिए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय सहित शासन-प्रशासन का धन्यवाद ज्ञापित किया है।
माइक्रो एटीएम से शीघ्र पैसे मिलने से किसानों के चेहरे में खुशी की लहर
किसानों को धान बेचने के बाद छोटी-छोटी आवश्यकताओं के लिए राशि की जरूरत पड़ती है। शासन द्वारा किसानों की इन्ही जरूरतों को ध्यान में रखते हुए सभी सहकारी समितियों में माइक्रो एटीएम की सुविधा प्रदान की गई है। इससे किसानों के चेहरे में खुशी की लहर दिखाई दे रही है। माइक्रो एटीएम के माध्यम से किसान अधिकतम 10 हजार रूपए की राशि निकाल सकते हैं। इसके साथ ही नगद आहरण, जमा, खातों के बैलेंस की जानकारी, नया एटीएम पिन बनाना तथा जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक के खातों में राशि ट्रांसफर भी माइक्रो एटीएम के माध्यम से किया जा सकता है। यह नार्मल एटीएम की तरह कार्य करता है। माइक्रो एटीएम में आईडी एवं पासवर्ड एंटर करने के बाद यह कार्य करता है, इसके माध्यम से किसानों को राशि आहरण की सुविधा मिल रही है।