एसीबी का ट्रैप: स्वास्थ्य विभाग का कर्मचारी रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार
रिश्वत का खेल खत्म: स्वास्थ्य विभाग का बाबू 54 हजार लेते पकड़ा गया

आनंद गुप्ता जिला संवाददाता
सेवानिवृत्त कर्मचारी से ग्रेच्युटी के एवज में मांगे थे 61 हजार, ढाबे में पकड़ा गया 54 हजार लेते समय”
मुंगेली 8 जुलाई / जिले में भ्रष्टाचार के खिलाफ एसीबी (आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो) की बड़ी कार्रवाई से हड़कंप मच गया। बीएमओ कार्यालय मुंगेली में पदस्थ स्वास्थ्य विभाग के अकाउंटेंट बृजेश सोनवानी को 54,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया।
एसीबी बिलासपुर इकाई को ग्राम फंदवानी, जिला मुंगेली निवासी ललित सोनवानी ने शिकायत दी थी कि वे 30 जून 2025 को स्वास्थ्य पर्यवेक्षक के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं। ग्रेच्युटी एवं अन्य देय राशि निकालने के एवज में अकाउंटेंट बृजेश सोनवानी द्वारा उनसे 61,000 रुपये की रिश्वत मांगी जा रही थी।
शिकायत की पुष्टि के लिए प्रारंभिक सत्यापन कराया गया, जिसमें आरोपी द्वारा 7,000 रुपये की रिश्वत पहले ही ली जा चुकी थी। सत्यापन के पश्चात एसीबी ने ट्रैप की योजना बनाई।
फरियादी को शेष 54,000 रुपये के साथ आरोपी के पास तखतपुर के रियांश होटल के पास एक ढाबे में भेजा गया,जहां जैसे ही आरोपी ने रकम स्वीकार की,एसीबी टीम ने उसे रंगे हाथों पकड़ लिया। आरोपी से रिश्वत की पूरी राशि बरामद कर ली गई है और उसके विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 की धारा 7 के तहत कार्रवाई की जा रही है। आरोपी को न्यायालय में प्रस्तुत किया जाएगा।
जिले में यह सात महीनों में छठवीं बड़ी कार्रवाई है। इससे पहले भी शिक्षा,राजस्व,पुलिस और ऊर्जा विभागों के कई अधिकारियों और कर्मचारियों पर कार्रवाई की जा चुकी है। इनमें प्राचार्य मालिक राम मेहर,बाबू हनी शर्मा,राजस्व निरीक्षक नरेश साहू पटवारी सुशील जायसवाल, एएसआई राजा राम साहू, पटवारी उत्तम कुरें और सीएसपीडीसीएल के सब इंजीनियर कृष्ण कुमार गुप्ता शामिल हैं।
एसीबी सूत्रों ने स्पष्ट किया है कि भ्रष्टाचार के विरुद्ध यह अभियान निरंतर जारी रहेगा और किसी भी स्तर पर भ्रष्टाचार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।