Breaking News

विद्यार्थियों को प्रदान किया गया गणवेश, अंकसूची व पाठ्य पुस्तक, प्रतिभावान विद्यार्थियों को किया गया सम्मानित

शाला प्रवेशोत्सव: आत्मानंद स्कूल सरगांव में जिला स्तरीय कार्यक्रम आयोजित

आनंद गुप्ता जिला संवाददाता

केन्द्रीय राज्यमंत्री एवं डिप्टी सीएम हुए शामिल

मुंगेली, 16 जून / शासन के निर्देशानुसार ग्रीष्मकालीन अवकाश के बाद 16 जून से स्कूल प्रारंभ हो गए हैं। पहले दिन को शाला प्रवेश उत्सव के रूप में मनाया गया। इसी कड़ी में जिला स्तरीय शाला प्रवेशोत्सव कार्यक्रम नगर पंचायत सरगांव स्थित स्वामी आत्मानंद स्कूल में हर्षाेल्लास के साथ आयोजित हुआ। कार्यक्रम में केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू, उप मुख्यमंत्री अरूण साव, बिल्हा विधायक धरमलाल कौशिक, जिला पंचायत सदस्य श्रीमती अंबालिका साहू सहित अन्य जनप्रतिनिधि, कलेक्टर कुन्दन कुमार, पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल, जिला पंचायत सीईओ प्रभाकर पाण्डेय सहित संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।

उन्होंने विद्यार्थियों का गुलाल लगाकर व पुष्पाहार पहनाकर आत्मीय स्वागत किया। साथ ही परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले प्रतिभावान विद्यार्थियों को सम्मानित किया और पांचवी कक्षा के बच्चों को अंकसूची, सभी बच्चों को गणवेश एवं पाठ्य पुस्तक का वितरण किया।

कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन कर किया गया। इस अवसर पर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केंद्रीय राज्य मंत्री साहू ने कहा कि शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। अधिकारी और जनप्रतिनिधि भी स्कूलों में जाकर बच्चों को पढ़ाई करने के लिए प्रोत्साहित करें। बच्चों में जिज्ञासा और विषय की समझ विकसित करने की दिशा में कार्य होना चाहिए। उपमुख्यमंत्री साव ने कहा कि हर बच्चा स्कूल जाए, यही हमारा लक्ष्य है। सरकार शिक्षा पर भारी खर्च कर रही है, अतः बच्चों को निष्ठा और ईमानदारी से पढ़ाई करनी चाहिए। उन्होंने शिक्षक-छात्र अनुपात संतुलन और शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए युक्तियुक्तकरण को महत्वपूर्ण बताया।
डिप्टी सीएम साव ने नगर पंचायत सरगांव में भवन निर्माण हेतु 01.50 करोड़ रूपए की घोषणा की। बिल्हा विधायक श्री कौशिक ने कहा कि सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं होता। ईमानदारी, परिश्रम और अनुशासन ही सफलता की कुंजी है। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि सरकार द्वारा स्कूलों में बेहतर सुविधाएं दी जा रही है, उनका पूरा लाभ लें। कलेक्टर ने कहा कि शिक्षकों एवं व्याख्याताओं को रिक्तियों की आवश्यकता और पारदर्शिता के साथ नवीन कार्यस्थलों में पदस्थापित किया गया है, इससे निश्चित ही जिले की शिक्षा व्यवस्था में गुणवत्ता आएगी। उन्होंने “90 प्लस अभियान” की जानकारी दी और बताया कि परीक्षा में बच्चों का 90 प्रतिशत से अधिक अंक लाने विशेष कार्ययोजना पर भी कार्य किया जा रहा है। उन्होंने सभी शिक्षकों से मेरिट बढ़ाने के लिए नवाचार के साथ विशेष प्रयास करने निर्देशित किया।

पुलिस अधीक्षक ने कहा कि बच्चों को शिक्षा लेकर आगे बढ़ने प्रेरित करते हुए कहा कि “ज्ञानार्थ प्रवेश, देवार्थ प्रस्थान” का मंत्र शिक्षा के मूल उद्देश्य को दर्शाता है। शिक्षा और ज्ञान ही सृजन व विकास का आधार है। शिक्षा से ही उज्जवल भविष्य का निर्माण होता है। उन्होंने बच्चों को सोशल मीडिया से सतर्क रहने व मोबाईल का सार्थक चीजों में ही प्रयोग करते हुए अपना लक्ष्य हासिल करने प्रोत्साहित किया। जिला शिक्षा अधिकारी सी.के. घृतलहरे ने बताया कि शाला प्रवेश उत्सव छत्तीसगढ़ शासन की मंशानुरूप आयोजित किया गया है, ताकि बच्चों को स्वच्छ वातावरण में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल सके।

“बदलाव की शुरुआत सुरक्षा के साथ”पहल कार्यक्रम की हुई शुरुआत

जीवन को सुरक्षित बनाने, यातायात के नियमों को अपनाने नशे से दूरी बनाने आदि के प्रति जागरूकता के लिए पुलिस विभाग द्वारा पहल कार्यक्रम की शुरुआत की गई। डिप्टी सीएम और केन्द्रीय राज्यमंत्री ने कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ किया और आमजनों को यातायात नियमों का पालन करने प्रेरित किया। पुलिस अधीक्षक ने अभियान के उद्देश्य के बारे में विस्तार से बताया। इस दौरान नगर पंचायत सरगांव के अध्यक्ष परमानंद साहू सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि, संबंधित अधिकारी और स्कूली बच्चे मौजूद रहे।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button